अभी दो महीने पहले की बात है जब पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव हुए थे और भाजपा शासित तीन हिन्दी भाषी राज्य कांग्रेस ने छीन लिये। इन राज्यों मंे एक राजस्थान भी है। राजस्थान के बारे मंे आशंका का पहले से थी लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय
अध्यक्ष अमित शाह ने धुंआधार रैली करके भाजपा को मुख्य संघर्ष मंे बनाये रखा। राज्य की 200 सदस्यीय विधानसभा मंे 199 सीटों पर चुनाव हुए थे और भाजपा को सिर्फ 73 विधायक मिल पाये। कांग्रेस को भी 99 विधायक ही मिले थे। बाद मंे एक विधायक उसे उपचुनाव के माध्यम से मिल गया है। इसके साथ ही कांग्रेस ने वहां बसपा की मदद से सरकार बनायी। भाजपा के लिए यह चुनाव नतीजा 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चिंताजनक था लेकिन ठीक उस दिन जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और उसके अधिकृत कश्मीर मंे सर्जिकल स्ट्राइक करके साढ़े तीन सौ से ज्यादा आतंकवादियों को मार गिराया, मसूद अजहर के खानदान को तबाह कर दिया, तभी राजस्थान के चूरू मंे रैली करके श्री मोदी ने राजस्थान के मिजाज को ही बदल दिया। उनके पास उस समय भरपूर मुद्दे भी थे और सर्जिकल स्ट्राइक ने वहीं रौ दे दी थी जो 2014 मंे श्री मोदी के पास थी। श्री मोदी ने जोश का भरपूर प्रदर्शन करते हुए कहा- सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा, मैं देश नहीं रुकने दूंगा, मैं देश नहीं झुकने दूंगा।
इस प्रकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीरों की धरती राजस्थान मंे एक बार फिर भाजपा की उम्मीदें जगा दी हैं। रैली मंे मौजूद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की भी उन्हांेने तारीफ की और भाजपा नेताओं को राजस्थान मंे फिर से मजबूत आधार प्रदान कर दिया है। इसको लोकसभा चुनाव मंे भाजपा कितना भुना पाती है, यह तो चुनाव के नतीजे ही बताएंगे लेकिन श्री मोदी ने खुद ही रैली मंे कहा कि आज आप लोगों का मिजाज कुछ बदला नजर आ रहा है। श्री मोदी परिस्थितियों को अपने अनुकूल ढाल लेते हैं। वायुसेना की सर्जिकल स्ट्राइक ने देश भर मंे उत्साह भर दिया है। राजस्थान मंे भी जगह-जगह आतिशबाजी हो रही थी और लोग एक-दूसरे को मिठाई खिला रहे थे, तो श्री मोदी ने अपनी बात भी सेना के पराक्रम से ही शुरू की। चूरू और जैसलमेर मंे सैनिकों की संख्या ज्यादा है। सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए एक दिन पहले ही अर्थात् 25 फरवरी को नई दिल्ली के इंडिया गेट पर जिस शौर्य स्मारक का लोकार्पण किया था, उसका भी जिक्र किया। इंडिया गेट पर बने शौर्य स्मारक का श्रेय भी अपनी सरकार को देते हुए श्री मोदी ने उस पार्टी की सरकार को पर्दे के पीछे कर दिया जिसने पाकिस्तान से तीन-तीन युद्ध जीते, यहां तक कि पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिये। श्री मोदी ने कहा था कि तब राष्ट्रवाद से ज्यादा परिवारवाद को महत्व दिया गया। इसी प्रकार सेना मंे वन रैंक वन पेंशन के नियम को लागू करने का श्रेय भी श्री मोदी ने अपनी सरकार को दिया। इस प्रकार राजस्थान मंे विशाल विजय संकल्प सभा के दौरान श्री मोदी ने वहां की फिजां ही बदल दी है। श्री मोदी ने कहा कि आज के इस पल मंे हम भारत के पराक्रमी वीरों को सर झुकाकर नमन करें।
इसके बाद श्री मोदी ने अपनी राजनीतिक जादूगरी से लोगों को सम्मोहित करना शुरू कर दिया। देश मंे फिर से भाजपा के नेतृत्व मंे सरकार बने, इसके लिए उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक और शौर्य स्मारक, वन रैंक वन पेंशन जैसे मामलों को जोड़ते हुए कहा कि सौगंध मुझे इस मिट्टी की, मैं देश नहीं मिटने दूंगा, मैं देश को रुकने नहीं दूंगा। उन्होंने कहा कि चूरू की इस धरती से मैं लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि देश मजबूत हाथों मंे है। यह संकेत 2014 और 2019 का मिला जुला है। पहले यूपीए की सरकार थी, तब श्री मोदी ने कहा था कि मैं देश को मिटने नहीं दूंगा और आज 2019 के लिए वे कह रहे हैं कि देश की जनता विश्वास रखे कि देश मजबूत हाथों मंे है। भाजपा की सरकार के दौरान सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन का जिक्र करते हुए श्री मोदी कहते हैं कि 20 लाख से अधिक सैनिक परिवारों को इसका लाभ मिल चुका है और ये काम मैं इसलिए कर पा रहा हूं क्योंकि हमारे लिए खुद से बड़ा दल अर्थात् भाजपा है और दल से भी बड़ा देश है।
देश की राजनीति में किसानों के वोट बैंक ने महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। किसानों के कर्ज माफ करने और उन्हें किसी न किसी रूप मंे आर्थिक मदद करने की होड़ लगी रहती है। कांग्रेस ने भी मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में किसानों की कर्ज माफी की घोषणा की थी। सरकार बनाने के बाद उस पर अमल भी किया गया है। इसी तरह तेलंगाना मंे के. चन्द्रशेखर राव ने किसानों को खेती के लिए नकद सहायता देने का नियम बनाया और उनको भी जनता ने दुबारा मुख्यमंत्री बनने का अवसर दिया है। इसलिए श्री मोदी ने देश भर मंे गरीब किसानों के लिए एक योजना शुरू की जिसे पीएम किसान निधि कहा जाता है। इसके तहत 2 हेक्टेयर भूमि के मालिक किसानों को 6000 रुपये साल भर मंे तीन किस्तों मंे दिये जाएंगे। योजना का शुभारम्भ 25 फरवरी को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मंे किया गया और एक करोड़ किसानों के खाते में 2 हजार रुपये की पहली किस्त दे दी गयी है। राजस्थान मंे कांग्रेस की सरकार है और सरकार ने गरीब किसानों की सूची बनाकर ही केन्द्र सरकार के पास नहीं भेजी है। श्री मोदी ने चूरू की जनता की नब्ज देखने के बाद उसे कांग्रेस के विरोध मंे खड़ा करने का प्रयास किया। श्री मोदी ने कहा कि देश भर मंे एक करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खाते मंे 2 हजार रुपये की पहली किस्त पहुंच चुकी है लेकिन अफसोस इसमंे चूरू ही क्या राजस्थान के किसी किसान का नाम शामिल नहीं है। इसके बाद श्री मोदी राजस्थान के किसानों को इसका कारण भी बताते हैं। वे कहते हैं कि मेरा कोई दोष नहीं, मैं मजबूर हूं क्योंकि राजस्थान की कांग्रेस सरकार नहीं चाहती कि किसानों को यह सुविधा मिले। इसीलिए राज्य सरकार ने किसानों की सूची नहीं भेजी जबकि उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों ने सूची भेजी और वहां के किसानों को लाभ मिला है।
राजस्थान के किसानों की दुखती रग पर हाथ रखने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आयुष्मान और उज्ज्वला जैसी योजनाओं का भी जिक्र किया। केन्द्र सरकार की आयुष्मान योजना गरीबों को पांच लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा देती है। इस योजना को भी कई राज्यों ने स्वीकार नहीं किया है और वे अपनी अलग से स्वास्थ्य योजना चला रहे हैं। राजस्थान भी इन्हीं राज्यों मंे शामिल है। श्री मोदी ने चुनाव संकल्प रैली मंे कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत देश भर मंे 50 करोड़ लोग पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा उठा रहे हैं लेकिन अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि इन लाभ उठाने वालों मंे राजस्थान का एक बच्चा भी शामिल नहीं है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर इस तरह गिन गिनकर प्रहार करते हुए श्री मोदी कहते हैं कि यह बदला हुआ भारत है जो नई रफ्तार से काम कर रहा है। मुझे (मोदी को) इस बात का गर्व है कि पिछले साढ़े चार साल मंे गरीबों के लिए डेढ़ करोड़ से ज्यादा मकान बनाए है। उन्होंने कहा कि हमने जब पीएम किसान योजना की घोषणा की थी तो लोग कहते थे कि यह नहीं हो पाएगा, ये नामुमकिन है लेकिन नामुमकिन अब मुमकिन है क्योंकि ये मोदी सरकार है। दो दिन पहले ही पूरे देश में किसानों के लिए बनायी गयी सबसे बड़ी योजना की शुरुआत भी हो गयी। श्री मोदी ने देखा कि जनता पर उनकी बातों का पूरा असर हो चुका है तो अपना संबोधन यह कहकर समाप्त किया कि देश की सेवा करने वालों को देश के निर्माण मंे लगे हर व्यक्ति को आपका ये प्रधानसेवक नमन करता है।
फिलहाल तो यही लग रहा था कि राजस्थान की जनता ने यह मान लिया कि यह देश नरेन्द्र दामोदार दास मोदी के हाथों मंे सचमुच सुरक्षित है। यह जादू 2019 के लोकसभा चुनाव में मतदान तक बना रहे, इसके लिए बीच-बीच में सक्रिय रहना होगा।